बातें बीते दिनों की आयोजन 12 अक्टूबर को
चकमक सम्पादक राजेश उत्साही चित्तौड़ में
चित्तौड़गढ़ 10 अक्टूबर 2014
अज़ीम प्रेमजी फाउन्डेशन और अपनी माटी के संयुक्त तत्वावधान में चित्तौड़गढ़ के विजन स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट में बारह अक्टूबर रविवार शाम चार से छ बजे तक एक संस्मरण केन्द्रित आयोजन किया जा रहा है। बातें बीते दिनों की आयोजन के सूत्रधार मोहम्मद उमर और डॉ.साधना मंडलोई के अनुसार इस साहित्यिक कार्यक्रम में चार जानकार वक्ता अनौपचारिक माहौल में अपने विविध संस्मरण सुनायेंगे। प्रसिद्द बाल विज्ञान पत्रिका चकमक के अठारह साल तक सम्पादक रहे बैंगलौर वासी राजेश उत्साही इस आयोजन के मुख्य वक्ता होंगे जो सम्पादन की चुनौतियाँ विषय पर अपने अनुभव साझा करेंगे। इसी मौके पर संभावना संस्था के संयोजक और युवा समीक्षक डॉ. कनक जैन तुलसी संगत साधु की शीर्षक से अपने जीवन सफ़र में आई अच्छी संगतों का ज़िक्र करेंगे। अन्य वक्ताओं में जहां आकाशवाणी चित्तौड़गढ़ के कार्यक्रम अधिकारी और सिनेमा के जानकार लक्ष्मण व्यास किताबें कुछ कहना चाहती हैं वाले भाग में अपने बचपन से लेकर आज तक की उनकी किताबों के साथ की यात्रा और पढ़ने की संस्कृति पर प्रकाश डालेंगे वहीं महाराणा प्रताप राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ.राजेश चौधरी सिल पर परत निसान शीर्षक से आयोज्य हिस्से में देश के चयनित प्रतिबद्ध लोगों की चर्चा करेंगे जिनके साथ रहकर उन्होंने खुद में बदलाव अनुभव किया।
अपनी माटी के संस्थापक सम्पादक माणिक और अज़ीम प्रेमजी फाउन्डेशन से जुड़े विनय कुमार के अनुसार यह आयोजन नगर की साहित्यिक बिरादरी के लिए आयोजित किया जा रहा है जहां कोई भी रुचिशील साथी हिस्सा ले सकता है। अपने तरीके के इस अनोखे आयोजन में श्रोताओं को पहली बार संस्मरण सुनने का अवसर मिल सकेगा। इस कार्यक्रम में आखिर में एक सत्र श्रोताओं के लिए भी रहेगा।
डॉ.राजेन्द्र सिंघवी,प्रबंध सम्पादक,अपनी माटी
आमंत्रण
बातें बीते दिनों की
(संस्मरण-केन्द्रित आयोजन)
सम्पादन की चुनौतियाँ
राजेश उत्साही, पूर्व सम्पादक-बाल विज्ञान पत्रिका चकमक
तुलसी संगत साधु की.........
डॉ.कनक जैन,व्याख्याता-हिंदी
किताबें कुछ कहना चाहती हैं
लक्ष्मण व्यास,कार्यक्रम अधिकारी-आकाशवाणी चित्तौड़गढ़
सिल पर परत निसान..................
डॉ.राजेश चौधरी,व्याख्याता-हिंदी
समन्वयन
मोहम्मद उमर, डॉ.साधना मंडलोई, विनय कुमार और माणिक
रविवार, 12 अक्टूबर, 2014
दोपहर 4 से 6 बजे तक
विजन स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट,चित्तौड़गढ़
साझा प्रस्तुति
'अज़ीम प्रेमजी फाउन्डेशन' और 'अपनी माटी'